“मेन बात यह है कि गुड्डू मुस्लिम ……”, फिर धाँय-धाँय-धाँय…..और सारे सपने सच। कुख्यात अपराधी अशरफ के मुंह से अब अमर हो चुका यह अर्धवाक्य तब झर ही रहा था कि जब शूटरों ने उसकी और उसके भाई अतीक अहमद की गिद्धलीला पर विराम लगा दिया । अतीक और अशरफ अल्लाह मियां को प्यारे हो…
Category: Nonsense
What makes the Pathan sneeze?
Deepika Padukone plays Shanya D’Costa, a Christian girl, in Pathan. That is to perhaps to justify her roaming around in bikinis, desperately thrusting and gyrating her body in crassest possible manner, faking coital convulsions, being grabbed and thrown around by the Pathan as if she is ‘unaccompanied baggage’ or ‘street trash’. This is typical Bollywood…
अमरीका जाकर मेरा देसी दोस्त हुआ गन-क्रेजी (फकैती)
ओवैसी भारत में था तो कुत्ते, गुड़ियाँ और बर्तन इकट्ठे किया करता था. अब अमरीका पहुँचकर बंदूकें जमा करने में लगा है . सब मिट्टी और आबोहवा का असर है. वैसे ओवैसी हम उसे कहते भर हैं, काफ़िर होने के नाते जिहाद से उसका कोई सरोकार नहीं है . यानि कोई टेरर अटेक की प्लानिंग…
कुछ टपक तो रहा है पर चिन्हित नहीं हो पा रहा
बूंदें अगर सुनाई दें पर दिखे नहीं तो भी इसे प्रामाणिक तौर पर बारिश का नहीं होना नहीं माना जा सकता । हवा में बूंदें देख पाना आसान नहीं होता । धरती पर हुआ गीला या भरे पानी में तलती जलेबियाँ देखकर पता लगाना फिर भी संभव है । लेकिन इसके लिए धरती पर प्रकाश…
नासा का फिदायीन तैयार, अब बच जाएगा संसार
अमरीकी रक्षा तंत्र और कॉर्पोरेट गठजोड़ सदैव किसी ऐसे शक्तिशाली, प्राणघातक शत्रु को चिन्हित करने में व्यस्त रहता है, जिसके विरुद्ध वह अपनी समस्त सैन्य एवं तकनीकी-प्रौद्योगिक क्षमता को लामबंद कर सके । यह मूल अमरीकी प्रवृति है – शत्रु अपने आप खड़ा हो जाए तो ठीक, नहीं तो उसे येन-केन-प्रकारेण पैदा किया जाए ।…
ब्रह्मास्त्र – महण्णे माफ करना, गलती म्हारे से हो गयी !
अपनी गाढ़ी कमाई का पैसा खर्च करके मैं अब कभी विष्ठावुड फिल्में देखने थियेटर नहीं जाता, पर कल एक वामी-कामी के सौजन्य से जाना पड़ गया । जानता हूँ कि विभिन्न कारणों से ब्रह्मास्त्र को बॉयकॉट करने की मुहिम चल रही है, और मैं उससे पूर्णतया सहमत भी हूँ, पर वामपंथी चिरकुट ऐसा पीछे पड़ा…
थाली नहीं मंगाऊंगा, उर्दुवूड को सबक सिखाऊँगा
क्या ज़माना आ गया है, महाकाल से थाली भी नहीं मँगवा सकते ! पंडे-पुजारी विरोध करने लगते हैं, बॉयकाट ट्रेंड होने लगता है । जनमत बहुत कुशल महावत होता है, सरकार आलसी हो या घमंडी, उससे अपनी मनवाना जानता है । पर अभी बात महाकाल की जहां न तो भोजन की कोई व्यवस्था होती है,…
कोई बड़ी बात नहीं है
चार बच्चों का बाप होकर बढ़ती जनसंख्या का रोना रोना कोई बड़ी बात नहीं है । केवल अपने आप को भरमाना भर है कि बच्चे भले आपके हों, पर आप उनके बाप नहीं भी हो सकते हैं । खासकर तब जबकि आप संसद परिसर में उपस्थित हों । चाहिए थोड़ा-सी कल्पना शक्ति, और बेहिचक दोगलापन…
फॉर्म हुआ फुर्र, कोहली होजा हुर्र
शास्त्री तो बहुत पहले ही रेस्ट prescribe कर दिया, सनीभाई ने इस आरामखोरी को criticize भी कर दिया, कपिल पाह्जी ने ‘drop him’ ऐसा advice कर दिया, चोपड़ी-भोगली ने फिर भी कोहली को eulogize ही किया, क्या रे विरटवा, professionalize करते-करते सब commercialize कर दिया? रोहित ने भले खराब फॉर्म को trivialize कर दिया हो,…
SushLaMo, SuMo or Bonnie & Clyde?
The newest couple has broken the internet by coming out of the closet. The news and the pictures are too hot to handle. The hustler seems happy, the princess looks enamoured. Uncles are shocked, aunties are worried. For their husbands, of course, more than the damsel. They know she would somehow manage, she always does….
साहेब के चार शेर
अब तक ये चार शेर गांधीवादी थे । थोड़े दबे-सहमे हुए, झुके-झुके से- शीतल और सौम्य । गुर्राना तो दूर, जनता की मांग पर कभी-कभी मिमिया भी देते थे । ऐसा नहीं है कि उनकी आक्रामकता पूर्णतया मिट गयी थी- घुसलखाने और शयन कक्ष में उनके ब्रह्मचर्य प्रयोग अनवरत चला करते थे । पर जनता…
उदासी का राजकुमार या जली-कटी का होलसेल विक्रेता
कल एक बूढ़ी लाश के अंतिम संस्कार में सम्मिलित हुआ । पोस्ट-कोरोना युग में अब मौत इत्यादि पर अधिक नाटक-नौटंकी नहीं होता । विदाई समारोहों की आदत सी पड़ गयी है । फिर यह जाने वाला तो अपने पीछे अधिक नौहागर भी नहीं छोड़ गया । ऐसे में उठावने से लेकर शवदाह तक कई मर्तबा…