सड़क पर चलते-चलते, सौहार्द पर मनन करते, यकायक मेरा पाँव गया मुड़, मैं ज़ोर से चिल्लाया, सईद अनवर, स ई ई द अन वर र र र….. लोगों ने आव देखा न ताव, ज़मीन पर लेट गए सोचकर, कि अब होगा धमाका, क्या पता बरसें गोलियां, कुछ नहीं हुआ तो भी उन्हें डर ने घेरे…
Category: Jihad Watch
चौंकते रहो ! (कविता)
हर अवरोध पर चौंकना भले हमारी आदत बन गई हो, पर हमारा डीएनए नहीं बनना चाहिए, चुनौती सामने खड़ी है- स्पष्ट, चमकती हुई, प्रश्नवाचक बन कर, हमारा जवाब मांगती, हमें चेताती, चौकन्ना करती, छतों पर, खड़ी है– पत्थर लिए हाथों में, बोतलों में पेट्रोल भरे, (117 रुपए लीटर वाला वही महंगा पेट्रोल, जो तुमको न…
तुष्टीकरण, तेरे कितने नाम ?
दस-बारह करोड़ का घपला कोई धरतीफाड़ कांड नहीं होता । इतने में तो कुत्ते के गले का पट्टा या काले कौवे की फेन्सी ड्रेस वाली पोशाक भी नहीं आते । जो तुम्हें लगता हो आते हैं तो खरीद कर पहन लो । क्या गलत कहा है दिल्ली उच्च न्यायालय ने ? पेट्रोल इतना महंगा हो…
A Museum Much Required – Time to Commemorate the Kashmiri Hindus’ Genocide
The most satisfying outcome of the success of The Kashmir Files is the germination of the idea of setting up of a Genocide Museum in Bhopal. Vivek Agnihotri has proposed and the MP CM has already agreed to provide land and other support for setting up a House of Remembrance to commemorate the victims and…
हम सिनेमा भी देखें तो सांप्रदायिक (कविता)
कल तक हम वोट देकर, मनपसंद सरकार चुनकर धर्मांध थे, आज हम एक सिनेमा देखकर ही सांप्रदायिक हो गए, हमारे पूजा-पाठ-मंदिरों से तो सदैव समस्या रही है, कल को ऐसा न हो कि हमारा होना ही तुम्हें खटकने लगे , और सिनेमा क्या है, वह हमारी नपुंसकता का दस्तावेज़ है, काँपते हाथों से आँसू छिपाकर…
संजय दत्त को पुलिस ने आतंकवादी साबित होने से कैसे बचाया ?
12 मार्च 1993 को दोपहर डेढ़ से तीन चालीस के बीच मुंबई में 12 बड़े धमाके हुए । दाऊद इब्राहिम,उसके गुर्गे टाइगर मेमन और कई अन्य दुर्दांतों ने आईएसआई के साथ मिलकर एक खतरनाक षड्यंत्र रचा था । उन्हें पूरी उम्मीद थी कि ब्लास्ट के बाद सांप्रदायिक दंगे भड़क उठेंगे । इसलिए बम बनाने के…
The Heightened Danger between Ramadan 17th & 20th : Badr is Bad News for Infidels !
I have used ‘Infidels’ in the ironic sense, for people who repose faith in other Gods besides (or other than) Allah and his Prophet. The health and well-being of infidels face serious threat during the month of Ramadan, especially during the 17th and 20th days. Now Ramzan/Ramadan might be a pious month for the Faithful,…
कॉमेडी नहीं कर पा रहा, तो जा पत्रकार बन (व्यंग्य)
कहता तो स्वयं को कोमेडियन है, लेकिन अंतर्यामी जनता को अब न इसकी ज़बान पर भरोसा रहा है, न ही नीयत पर । पहले यह हास्य के नाम पर फूहड़ फब्तियाँ कसा करता था । फिर कुछ जोक्स निशाना भटक गए । तब से ही लेने के देने पड़ गए । नीच की नीचता सतह…
“I have got AFGHAN BLOOD. There is nothing to be Scared of.”
If the blood flowing in your veins were Indian, and not Afghan, what then? Would it have made any difference? Pronouncements such as the above are symptomatic of false pride, racial arrogance and misplaced sense of superiority of some communities in India, vis-à-vis the others. I would put “ye Rajpoot khoon hai….” and “Jat ka…
पाकिस्तानी क्रिकेटरों की साफ़गोई का कायल होता जा रहा हूँ (व्यंग्य)
विश्व कप में बारह बार हारने के बाद पाकिस्तान को अंततः भारत पर जीत नसीब हुई । छियान्वे से हरे वकार युनूस के घावों पर अब जाकर कुछ मलहम लगा । कसम से जडेजा ने तब इसे बड़ा कस के कूटा था । तीस साल बाद मिली इस दुर्लभ खुशी में भी वकार को सबसे…
कुफ़्र-काफिर पर ऐतराज नहीं, झांट-झंटुए और *टुए पर है ? (निबंध)
परसों तक सब्र ही तोड़ते थे, कल कुफ़्र भी तोड़ दिया । सब्र का क्या है साहब । हम लोग काफिर हैं, बारह सौ साल से बुतशिकनों की नफरत खत्म होने का इंतज़ार कर रहे हैं । कश्मीर में आज भी हमारे लोग मारे जा रहे हैं । शर्म बस हमें आती नहीं । क्रिकेट…
इमरान, आपने घबराना नहीं है (कविता)
बीते हफ्ते तालिबान खान का दिल भर आया संयुक्त राष्ट्र में प्री-रेकॉर्डएड स्पीच चलवाया अमरीका को निरा-कृतघ्न राष्ट्र बतलाया पाकिस्तान को वार ऑन टेरर का विक्टिम दिखाया पश्चिम पर दोहरे मापदंड का आरोप लगाया कश्मीर के लिए इमरान को बहुत रोना आया भारत को फासीवाद की गिरफ्त में बताया देखो ,मोदी ने बातचीत को आगे…