मैं भी परशुराम (कविता)

एक हाथ में फरसा मेरे, दूसरे में वेद हो, शोषण होते देख मुझको परशुराम-सा क्रोध हो, आततायी को अनुशासित करना मेरा नित्य कर्म, सनातन की सेवा ही हो अब से मेरा परम धर्म ।4। कर सकूँ बेधड़क होकर गोवंश तस्करों का संघार, काँप जाएं सहस्त्रार्जुन-संतति सुनकर मेरी सिंह दहाड़, राम को भी टोक सकने का…

मान्यवर, हिन्दू रीतियों से इतनी घृणा क्यूँ?

मान्यवर की चुल्ल फेक्टरी से कुछ महीनों पहले एक नया विज्ञापन जारी हुआ था, जिसका लक्ष्य था ‘कन्यादान’ की आड़ में हिन्दू रीतियों को पित्रसत्तात्मक, अतः हीन एवं रूढ़िवादी बताना । हिन्दू वधू-सी सजी आलिया भट्ट को ‘कन्यादान’ शब्द के प्रयोग पर आपत्ति है, और वह चाहती है कि किसी भी कन्या का दान न…

दीप भर नहीं हूँ (कविता)

दीप भर नहीं हूँ केवल ज्योत हूँ मैं धर्म की प्रकाश में ही निहित मेरे सनातन का मर्म भी   (4) प्रज्ज्वलित हूँ आदि से   मैं पूर्वजों की संपदा प्रयास कर न बुझा सका मुझे कोई भी आक्रांता (8) अपनी ही धरा पर युगों से संघर्षरत   कोटि-कोटि आहुतियों से जीवन ये सिंचित रहा…

मैं फोड़ूँ तो चलता है (कविता)

खबरदार रोका जो मुझे,पटाखे फोड़ता गर दिख जाऊँ,जीता है मेरा पाकिस्तान,कमबख्त दिवाली थोड़ी है, काफ़िर लाख दें जलालतें,दो दलीलें मेरे वकील बन तुम,था करवा चौथ भी तो,पड़ोसी शौहर से कम थोड़ी है, कोई न टोके, पूछे न कुछ,लोकशाही को जिंदा रखना,तीस बरस में आया मौका,दिवाली तो हर बरस है मनना, तुम छोड़ो हो धुआँ-धुआँ,मैं करूँ…

पटाखे चलाना मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है

अभी-अभी दो पिल्लू घर पर आए, दरवाजा खटखटाया , घंटी बजाई । मैं बाहर निकला तो हैलो, गुड आफ्टर्नून,हॅप्पी दिवाली, हाउ आर यू बोलकर अंदर घुस आए । सोफ़े पर आसन जमाया , बैठक लगाई , फिर अपनी बात बढ़ाई। सालों की उम्र बचपन की, बातें –हरकतें पचपन की । बोले- इंकल इशकुल में बोला…

GANESH : Representations at Puja Pandals

As per Ganesh Atharvasheersh,  ब्रह्मभूर्भुवः स्वरोम …आप ब्रह्मा हो, ओंकार आप ही हो. Ganesh is the manifestation of Brahma, and represents the celestial sound of Omkar. 2. Ganesh is usually shown with four hands . The lower right holds his own broken tusk or is in abhay mudra, the lower left hand holds a modaka,…

K-Fourth: Spare Us Your Wokeness Please

  Till last year, K-Fourth was decried by Wokes for its patriarchial overtones. Now even lesbians want to celebrate it as a matter of right. What does this show? That everyone is a Hindu at heart.The allure of partaking joys of this way of life is irresistible. Karwa Chowth represents the best of Indian folk…

पांडाल हौपिंग

    सबेरे तीन बजे किसी तरह  नींद से जागा, मुंह-हाथ धो कर पांडाल-पांडाल भागा , भीड़ बहुत थी सड़कों पर,प्रदूषण,कोलाहल भी , बंगालियों में दारुण उत्साह था पूजो को लेकर ।4।   भीड़ के रेले माँ के दर्शन को बढ़ते जाते  थे, यह  गली ,वह मोहल्ला ,यह नुक्कड़ ,वह तल्ला , ढूंढते- पूछते ,पूजते-…