सूर्य क्या है ?
वैज्ञानिकों बताते धधकती गैसों का गोला-
परमाणु विलय का फल,
अनंत ऊर्जा का स्रोत ।4।
वैदिक ऋषियों का सर्वस्व-
सर्व प्रेरक, सर्व प्रकाशक,
सर्व प्रवर्तक, सर्व कल्याणकारी,
जन्मदाता, पालक, जगत की आत्मा ।8।
न कहीं भूमि, न कोई ठोस आधार,
न किया जा सके हस्तगत,
न पग धरे जा सकें जिस पर,
हवा-हवाई, उबलता अंगार,
फिर भी सबके लिए पृथक,
पूछो,क्या कहता कृषक,
सूर्य है उसे कर्म का निर्देश पढ़ता,
पंछी की क्षुधा का निदान करता,
सूर्य देख फूट पड़ती कुक्कुट की बांग,
निशा-निद्रा की निरंकुशता पर लगता विराम,
प्रेमी की प्रणयलीला का हो अवसान,
विद्याध्ययन का है स्पष्ट संकेत,
छात्र बढ़े पाठशाला की ओर,
श्रद्धालु जाएँ मंदिर,
कृषक चले खेत । 23।
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