

बंद पिंजरे में, नहीं पालतू,
ध्यानरत हूँ, नहीं फालतू,
नहीं खरीदा, नहीं चुराया,
था कौवों से मुझे बचाया । 4।
अभी तो चुगना सीख रहा हूँ,
जो मिल जाये कुतर रहा हूँ,
कू-कू कू-कू हौले-हौले
करता अभी क्या बात करूँ,
गला फाड़कर लगूँ कूकने,
आज़ादी की मांग रखूँ। 10।
पंखों में हवा तो भर जाने दो,
उम्र का सूरज चढ़ जाने दो,
वह नभ मेरा, सभी पेड़ भी,
जिस पर बैठी,घू-घू करती,
मुझे चिढ़ाती एक चिड़ी,
पिंजरे से बड़ा जब हो जाऊंगा,
पंख सलाखों से बलशाली,
कैसे तब कोई रोक सकेगा,
मेरी फड़-फड़ उड़नेवाली? (19)
#ram #dove #cage #fly #bird #freedom #questforfreedom