फेसबुक पोस्ट का जवाब या तो पोस्ट से दे,
या जा के कर एफ़आईआर,
न हिंदुस्तान तेरा बाप का है,
न ये हँसता-खेलता शहर,
न पोलिस स्टेशन तेरे मामू का है,
न किसी नागरिक का घर,
थोड़ा सुनना सीख,
कभी तेरी भी सुनेंगे,
ये पोलिस-प्रशासन-अदालतें,
थोड़ा सब्र कर,
ज़रा इंतज़ार तो कर ! (11)
अभी प्रशासन वसूलेगा हरजाना,
तू चालू करेगा चीखना-चिल्लाना,
“हमारे पचीस,हम पाँच और बूढ़े माँ-बाप,
हमें कितना परेशान करोगे आप ?
कहाँ से लाकर भरूँ?
क्या डाके डालूँ, चोरियाँ करूँ?”
सब्र कर बंदे !
थोड़ा सहन कर,
कार्टून का जवाब कार्टून से देना सीख,
नहीं तो चुपचाप पलायन कर,
फिर कहता हूँ दंगा न कर,
मत कर तोड़फोड़,
साफ बोलता हूँ मत आगजनी कर ।24।
तालिम ले ,इबादत कर,
पैसा कमा, टेक्स भर,
ढंग से जी,
ढंग से मर,
बात-बात पर मत सड़कों पर उतर,
क्यूँ मजबूर कर रहा है मुझे,
मेरे गुस्से से डर,
अभी शांत हूँ मैं,तपस्यारत,
मैं पहाड़,तू पत्थर,
यह शरीफों का शहर है,
हर आदमी गाय है,
मत फिंका जा उनपर,
अरे गौ माता से कुछ सबक लेले !
अमन-चैन से कर गुजरबसर ।38।