करोड़ों से मिले करोड़ों,
बन गया पीएम केयर्स,
करोड़ों पर बरसे करोड़ों,
सहायता पैकेज अपीयर्स (डिसअपयर्स) ।4।
करोड़ हम हैं सौ और चालीस,
कुछ निपट गए तो भी कई करोड़,
चाहे जितना घातक हो कोरोना
कितना लेगा हमें निचोड़ ? (8)
चुनाव होंगे तय समय पर,
अगर बच गए तो हम फिर वोटर,
तैयारी फुल-ऑन जारी आहे,
प्रचार पुरजोर चालू आहे,
वायरल जुद्ध के पेरलल,
छिड़ा हुआ पोलिटिकल दंगल,
रैला-रैली भले वर्चुअल,
पर वोट डलेगा एक्चुअल,
क्या लद्दाख में लूट है फेक्चुअल?
क्यूँ कह रहे इंटलेक्चुअल?
न चीन संभला,न चीनी कोरोना,
लॉकडाउन हो-न हो इनको बस है रोना,
आखिरी मजदूर जब अपने घर पहुँच पाएगा ,
आखिरी चीनी घुसपैठिया भी वापस चला जाएगा,
भले बिहार चुनावों तक न हो पाये,
बंगाल संग्राम तक ऐलान हो जाएगा,
एक दिन कोरोनासंहारक हमारे हाथों में होगा,
हिन्द-चीन में मुचुअल रेसपेक्ट स्थापित होगा,
टेस्टिंग किट और पलंग प्रचुर मात्रा में होंगे उपलब्ध,
न भारत ,न कोई भारतीय तब रहेगा प्रलब्ध ! (28)