नौ बजे से लेकर नौ बजकर नौ तक (चलताऊ कबिता)

मोमबत्तियाँ खरीदने न पधारें,
दीयों के लिए न लगाएँ कतारें,
टॉर्च बैटरी के लिए हाहाकार न मचाएँ,
अगर कुछ न भी मिले तो
मोबाइल की बत्ती से काम चलाएं ।5।
बस चार्ज रखें पूरा ,
अनुष्ठान रह न जाए अधूरा ,
आखिर नौ मिनट जलाना है ,
कोरोना को भगाना है,
याद रहे उन नौ मिनटों में
बिजली भी बचाना है,
सारे लट्टू बंद करके ही
बालकनी में जाना है।13।
कोई पीएम से पूछ कर
हमको यह भी बता देना,
कि दुंदुभि का करें प्रबंध ,
या बर्तन-ठीकरे ही फिर हैं बजाना?
कोई मंत्र भी है बुदबुदाना ?
या बस प्रकाश है जगमगाना?
यह कौंधने -गरजने की लीला तो ठीक है ,
क्या सबके टेस्ट भी हैं कभी करवाना ?(21)

 

 

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